40 हजार से ज्यादा भक्तों ने लिया लाभ
मुंबई- कौरोना की महामारी के चलते वर्षीतप के तपस्वियों के पारणे तो हुए लेकिन तपोनुमोदना निमित होने वाले संगीतकारों के गीत-संगीत नही हो सकते थे. इस बात को ध्यान मे रखते हुए राष्ट्रसंत प.पू. आचार्य श्री चंद्राननसागरसूरिश्वरजी म.सा. की पावन प्रेरणा एवं आर्शिवाद से नाकोडा दरबार (मण्डल) लालबाग ने 26 अप्रैल 2020 को पूरे दिन भारतभर के सुप्रसिद्ध संगीतकारो को तपोनुमोदना फेसबुक लाइव भक्ति करवाने विनंति की, सभी अनुमोदना के पात्र है कि उन्होंने निःस्वार्थ भाव से सुबह 11:00 बजे से रात 10:30 बजे तक हर एक घंटे मे बदलते संगीतकार का साथ देते हुए तपोनुमोदना भक्ति की और करवाई। अनेकों तपस्वियों के परिवारों के नाकोडा दरबार (मण्डल) लालबाग के संस्थापक अध्यक्ष मनोज शोभावत एवं कार्यकर्ताओ को तथा संगीतकारो ने फ़ोन कर अपने अनुभव बताए व कहा की फेसबुक लाइव भक्ति से हमे यह महसूस नही हुआ कि हम लाॅकडाउन मे घर पर बैठे है, उल्टा हमे तो ऐसा अहसास हुआ कि जैसे हमारे परिवार के तपस्वी की तपस्या निमित विशेष आयोजन किया गया है जिसमे हर संगीतकार 1-1 घंटे अपनी भक्ति गीतों से तपस्वियों की तपस्या की अनुमोदना कर रहा है। नाकोडा दरबार (मण्डल) लालबाग द्वारा आयोजित इस विशेष तपोनुमोदना प्रभु भक्ति का पूरे दिन भर में 2010 ने लाइव और 40 हजार से ज्यादा भक्तों ने लाभ लिया।
तपोनुमोदना की भक्ति की शुरुवात संगीतकार प्रतिक गेमावत ने क्षिप्रा जैन के साथ नवकार महामन्त्र से की व, एक से बढकर एक गीत को सुर दिया जिसमे सबसे मनमोहक गीत था "रंग लाग्यो, तपस्या नो रंग लाग्यो...." इसके बाद संगीतकारों में तपोनुमोदना भक्ति की रमझट में मयूर जैन ने अपनी मधुर आवाज में "तपस्या की महिमा, सबसे महान है.. गौतम बारिया ने "जिनशासन चमके, मुक्ति माला को पाने की घड़ी आई है.., भरत टी. ओसवाल ने "तपस्वी नो जय जयकार, तपस्वी अमर रहो.., वैभव वाघमार ने " सबसे प्यारों, सबसे न्यारो..,तरूण मोदी ने "आना, आना सब मिलकर आना तपस्वी के गुण गाने को.., अभिषेक परमार ने "आयो, आयो वीरों, जामण जायो वीरों आयो.., अनिल सालेचा & यश अनिलजी सालेचा ने " वीरा रे आखातिज है, आई तपस्या रे.., राजीव विजयवर्गीय ने "तपस्या के गीते गाते रहो, देव-देवी के आशीष पाते रहो.., राजेशजी जैन & करण राजेश जैन ने गुजराती गीत " ए आई वैशाख सुद तीज...जैसे अनेकों भावोत्प्रोत गीतों से तपस्वियों की तपोनुमोदना की, हर संगीतकार के संगीत के बोल को पढकर ही अंदाज लगाया जा सकता है कि दिन भर की फेसबुक लाइव भक्ति तपस्वियों को घर बैठे कितनी ऊर्जा दे गई होगी।
जिनशासन के इतिहास मे शायद ही पहले ऐसा कभी हुआ होगा कि वर्षीतप जैसी बडी तपस्या के तपस्वियों के पारणे घर बैठे हुए और बिना साज सज्जा के तपस्वियों को पारणे के दिन फेसबुक लाइव पर अलग अलग संगीतकारो की मधुर, सुरीली आवाज मे भक्ति गीतों से अपनी तपोनुमोदना को सुना हो।शोभावत ने कहा कि हम आशा एवं विश्वास रखते है कि हमारा यह छोटा सा प्रयास प्रत्यक्ष - अप्रत्यक्ष रूप से सभी के मन को अच्छा लगा होगा। परमात्मा सभी तपस्वियों के पारणा की साता प्रदान करे,आगे भी तपस्या करने की शक्ति प्रदान करे। ऐसी मंगलकामना करते है।
मंडल अध्यक्ष शोभावत ने बताया की इस सम्पूर्ण फेसबुक लाइव भक्ति की सफलता का श्रेय अन्तर्राष्ट्रीय मंच संचालक ओम आचार्य फालना,को जाता हैं जिन्होंने सभी तपस्वियों और संगीतकारो के लिए अपने चीर परिचित अंदाज में संचालक की भूमिका निभाते हुए स्वयं विडियो बनाकर जन-जन तक पहुंचाया। उनके विडियो को सुनकर भी कई तपस्वियों को पारणे से पहले ही लगने लगा कि हमारा पारणा इस फेसबुक लाइव भक्ति से बेहतर होगा, ऐसे अनुभव तपस्वियों के परिवारजनो ने हमसे साझा किए। ओमजी की वाणी का औज ही ऐसा है कि हर एक के दिल को स्पर्श कर जाता है और प्रत्यक्ष सा अनुभव कराता है। मंडल ने इसके लिए उनका आभार व्यक्त किया.
इस पूरे दिन की तपोनुमोदना भक्ति में संगीतकारों ने अपनी उपस्थिति दी ही साथ में ओम प्रकाश आचार्य फालना के अलावा संगीतकार विक्की डी. पारेख, निखिल सोनिगरा, दिलीप बाफना, त्रिलोक भोजक, एंड प्रकाश माली, जयंतीलाल जैन, संजय रांका, लवेश बुरड, लोकेश चौरडिया, नवीनजी गौखरू, अंकितजी लोढा, देवेश जैन, राजजी मोदी, मनीष सिंघवी, स्वर कोकिला खुशबू कुंभट, माधुरी वैष्णव, रचना जैन, शताब्दी गौरव के प्रधान संपादक सिद्धराज लोढा, मुम्बई राजस्थान के सम्पादक ललित शक्ति, लेखिका संगीता बागरेचा, शासन सेवक अश्विन गुरूजी बैंगलौर, विक्की सर शाह मुम्बई ने विशेष रूप से भक्ति का लाभ लिया।
नाकोडा दरबार (मण्डल) लालबाग,मुम्बई शाखा:-उज्जैन, रतलाम, सूरत आज की इस पूरे दिन की तपोनुमोदना भक्ति मे पधारे सभी संगीतकारो की अद्भूत, अनोखी, अविस्मरणीय, अकल्पनीय, हृदयस्पर्शी, भावोत्प्रोत भक्ति भावना की हृदय के अन्तः करण से खूब खूब अनुमोदना करते हुए मंगल कामना करता है कि प्रथम तीर्थंकर परमात्मा आदिनाथ प्रभु, श्री नाकोडा पार्श्वनाथ प्रभु, श्री नाकोडा भैरव देव, शासन देवी माँ पद्मावती एवं माँ सरस्वती की हमेशा आप सभी पर अपार कृपा बरसे। आप सभी की निःस्वार्थ भक्ति भावना का फल आपको जीवन में उत्कृष्टता प्रदान करे।